पांचवा रहस्य
कैलाश पर्वत पर कई पर्वतारोहीयो ने चढ़ने की कोशिशे की जहा उन्हें ऐसे-ऐसे अनसुलझे रहस्यों का भी बोध हुआ एक पर्वतारोही ने अपनी किताब में लिखा था कि-
“इस पर्वत पर रहना असंभव था, वहां किसी अनजान वजह से दिशा भ्रम होता है और दिशा का ज्ञान नहीं रहता है, वहां पर चुंबकीय कंपास भी धोखा देने लगता है, शरीर के बाल और नाखून भी ज्यादा तेजी से बढ़ने लगते हैं वह जगह बहुत ही ज्यादा रेडियोएक्टिव है”