मान्यता के अनुसार हनुमान जी आज भी धरती पर जीवित देवता है। चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमानजी की जयंती मनाई जाती है। वैसे तो हनुमानजी बहुत जल्दी प्रसन्न होने वाले देव माने जाते हैं। लेकिन कुछ ऐसे मौके भी होते हैं जब बजरंगबली की पूजा करते समय विशेष तौर पर कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए नहीं तो ऐसे समय में की गई पूजा का कोई भी शुभ फल प्राप्त नहीं होता है।
बच्चा होने पर
घर में नए नन्हे मेहमान का आना बेहद खुशी की बात होती है।लेकिन जब कभी भी परिवार में किसी को बच्चा पैदा होता है तो ऐसे में 10 दिन तक हनुमान जी के अलावा भी किसी अन्य देवी-देवताओं की पूजा नहीं करनी चाहिए।
मृत्यु होने पर
हनुमानजी की पूजा सूतक के समय भी नही की जाती। जब परिवार में किसी की मृत्यु हो जाए तो उसे सूतक माना जाता है। सूतक के 13 दिनों तक हनुमान जी की पूजा नहीं करनी चाहिए।
शव यात्रा
जब आप किसी की शव यात्रा में जाते है और शव यात्रा से वापस घर आकर बिना शुद्ध हुए हनुमान जी की पूजा-आराधना या हनुमान चालीसा का पाठ करते है तो ऐसी पूजा का आपको फल नहीं मिलता है।
अशुद्ध कपड़े
हनुमान जी की पूजा करते समय हमेशा शुद्ध कपड़े ही पहने, हनुमान जी की कभी भी गंदे और अशुद्ध कपड़े पहन कर पूजा नहीं करनी चाहिए।
पूजा से पहले मुंह करे साफ़
हनुमान जी की पूजा करने से पहले अगर आपने कुछ खाया हो तो मुंह को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए। झूठे मुंह से कभी भी उनकी पूजा नहीं करनी चाहिए।