श्रीनगर “कुपवाड़ा” में सेना द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जिसमें श्रीनगर “कुपवाड़ा” के जंगलों में छिपे आतंकियों की तलाश कर आतंकियों के साथ मुठभेड़ किया जाता है। उसी ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना के मुकुट बिहारी मीणा शहीद हो गए थे।
वह राजस्थान के रहने वाले थे जब उनका पार्थिव शरीर उनके गांव झालावाड़ खानपुर पहुंचाया गया तो वहा मौजूद हर एक शख्स का दिल उस वक्त पसीज उठा।
जब तिरंगे में लिपटे शहीद के शरीर को कुछ लोगो ने उनकी पांच महीने की बेटी आरू के हाथों से छुआने की कोशिश की तो वह ताबूत के ऊपर ही बैठ गई और कुछ समय बाद उसके ऊपर लेट गई। यहाँ तक की वह अपने पिता के मुखाग्नि के समय भी अपने पिता को एकटक देखती ही रही।
इस मंजर को देखने वाले हर एक शख्स के आँखों में आंशु थे। वही शहीद के पिता जगन्नाथ मीना को अपने बेटे पर नाज़ है की वह देश के लिए शहीद हुआ है।