अजवाइन एक तरह की औषधि भी है और एक तरह का खाद्य प्रदार्थ भी जिसे हम आयदिन अपने किचन में इस्तमाल में लाते है जैसे पूरी में या दही वडे इत्यादि में इसका उपयोग होता है इसको खाने में हल्की सी मेहक आती है तथा तीखा पन लिए होता है इसका औषधिक उपयोग क्या है जाने
अजवाइन में उम्र बढ़ने से होने वाले रोगों को रोकने वाले गुण बहुत मात्रा में होते है जो शरीर का संतुलन बनाए रखते है
अजवाइन के गुणों की वजह से इसे कट जाने या इंफेक्शन होने पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है । खाँसी या जुकाम की परेशानी में भी यह फायदेमंद हैं
यदि कोई अस्थमा से पीड़ित है तो अस्थमा के मरीजों को भी ये छोटे छोटे बीज बहुत फायदा पहुँचाते हैं।
यदि अजवाइन का चूर्ण कालानमक मिलाकर सोते समय गर्म पानी से बच्चो को पिलाया जाए तो पेट के कीड़े मर जाते हैं।
यदि अजवाइन के तेल की मालिश करे तो गठिया के रोग में फायेदा होता है पीड़ित को अजवाइन के चूर्ण की पोटली बनाकर सेंकने से दर्द में आराम पहुंचता है।
यदि अजवाइन का चूर्ण रात में सोते समय रोज ही बच्चे को खिलाया जाए तो बच्चों की मिट्टी खाने की आदत छूट जाती है।
यदि पेट दर्द होने पर काला नमक और अजवाइन गर्म पानी के साथ सेवन करने से पेट दर्द से पीड़ित व्यक्ति को फायदा होता है।
यदि दांत पर अजवाइन का तेल लगाएं। उसके कुछ देर बाद गर्म पानी में पिसी अजवाइन और नमक मिलाकर कुल्ला करने से दांत दर्द में लाभ मिलता है।
खाने के बाद रोजाना सेंधानमक में अजवाइन मिला कर चबाएं इससे अपच की समस्या दूर हो जाती है ।
अजवाइन पीसकर बराबर मात्रा में सरसों के तेल में मिलाकर उसकी पोटली बना कर कमरे में चारों कोनों में लटका देने से मच्छर कमरे से भाग जाते हैं
यदि अजवाइन के पत्तों को पीसकर सिर पर लेप की तरह लगा ले तो सिर का दर्द दूर हो जाता है।
शराब की लत से छुटकारा पाना चाहते है तो अजवाइन का काढ़ा बना कर रोजाना 2 महीनों तक रात में सेवन करना चाहिए। इससे शराब की लत छुट जाती है