शंख तीन प्रकार के होते हैं दक्षिणावर्ती, मध्यावर्ती और वामावर्ती। इनमें दक्षिणावर्ती शंख दाईं तरफ से खुलता है, मध्यावर्ती बीच से और वामावर्ती बाईं तरफ से खुलता है। मध्यावर्ती शंख बहुत ही कम मिलते हैं क्या आप जानते है शंख बजाने के है ढेरो लाभ तो आइए जाने क्या है शंख बजाने के लाभ।
1.कहा जाता है की शंख की ध्वनि जहां तक भी पहुंचती हैं वहां तक की सारी वायु शुद्ध और सकारात्मक हो जाती है।
2.यदि शंख में गाय का दूध रखकर इसका छिड़काव घर में किया जाए तो इससे भी सकारात्मक उर्जा का संचार होता है और सारी नाकारात्मक उर्जा दूर हो जाती है।
3.शंख में जल भरकर माँ लक्ष्मी आदि देवताओ का अभिषेक किया जाये तो देवी देवता बहुत प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा भी प्राप्त होती है
4.ऐसी मान्यता है कि शंख की पूजा से जो भी कामनाएं है वह पूरी होती हैं तथा दुष्ट आत्माएं पास नहीं आती हैं
5.शंख की आवाज से वातावरण में मौजूद कई तरह के हानि पहुचाने वाले जीवाणुओं का नाश हो जाता है
6.शंख बजाने से फेफडो की कसरत होती है यदि सांस का रोगी नियमित तौर पर शंख बजाए, तो वह सांस की बीमारी से मुक्त हो सकता है
7.यदि शंख में रखे पानी का सेवन किया जाये तो हड्डियां मजबूत होती हैं और दांतों के लिए भी लाभदायक होता है
8.शंख में कैल्शियम फास्फोरस व गंधक के गुण होने की वजह से यह हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है
9.माना जाता है कि पूजा-पाठ में शंख बजाने से शरीर और आसपास का वातावरण शुद्घ होता है तथा शंख की ध्वनि मनुष्य के विकार को दूर करने में सहायता करती है
10.यह भी माना जाता है कि शंख को रखने से घर में माता लक्ष्मी का निवास हमेशा होता है।