पूर्णिमा शुक्ल पक्ष का अंतिम दिन होता है। लोग अपने-अपने तरीके से इन दिनों को मनाते भी हैं। पूर्णिमा यानि चंद्रमाँ का पूर्ण रूप में आना। अर्थात जिस दिन चंद्रमा का आकार पूर्ण होता है उस दिन को पूर्णिमा कहा जाता है। पौष और माघ माह की पूर्णिमा का अत्यधिक महत्व माना जाता है। 2022 में पूर्णिमा व्रत कब कब है पूरी लिस्ट देखें
इस दिन मनाया जाएगा पूर्णिमा:
इस वर्ष 2017 में पूर्णिमा तिथी 11 जनवरी से सुरु हो रही है ।लेकिन उस समय तक सूर्यास्त हो चुका होगा इसलिए ज्योतिषियो के अनुसार पौष पूर्णिमा की अगले दिन सूर्योदय से मानी जाएगी।इसलिए 2017 में पौष पूर्णिमा 12 जनवरी, गुरुवार को है। पवित्र माह माघ का स्वागत करने वाली इस मोक्ष देने वाली पूर्णिमा पर स्नान ,ध्यान, दान करके बहुत सारे अच्छे फलो की प्राप्ति करे।
पौष पूर्णिमा तिथि व मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि आरंभ – 19:51 बजे से ( 11 जनवरी 2017 )
पूर्णिमा तिथि समाप्त – 17:03 बजे ( 12 जनवरी 2017 ) तक
पौष पूर्णिमा का महत्व:
पौष माह की पूर्णिमा को बहुत ही शुभ मानते हैं। क्योंकि इसके बाद माघ महीने की शुरुआत होती है। इस पूर्णिमा को मोक्ष दायनी पूर्णिमा भी कहा जाता है ।माघ महीने में किए जाने वाले स्नान की शुरुआत भी पौष पूर्णिमा से ही हो जाती है।
क्या करे:
मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन विधिपूर्वक प्रात:काल स्नान करता है वह मोक्ष का अधिकारी होता है। अर्थात उसकी मुक्ति हो जाती है। माघ माह को बहुत ही शुभ व इसके प्रत्येक दिन को मंगलकारी माना जाता है इसलिए इस दिन जो भी कार्य आरंभ किया जाता है उसे फलदायी माना जाता है। इस दिन स्नान के बाद शक्ति अनुसार दान करने का भी महत्व है।