वैसे तो कई लोगो का मानना है की स्त्रियाँ कम अक्ल की होती है। पर आपको ये बात जानकर आश्चर्य होगा की पुरुषो का दिमांग स्त्री के दिमांग से बड़ा होता है ।परन्तु पुरुष के दिमांग का आधा हिस्सा ही काम करता है। पर स्त्री का दिमांग दोनों तरफ बराबर और लगातार काम करता हैं तो चलिए और जाने स्त्री के विषय में।
- स्त्री और पुरुष की तुलना करने से स्त्री अधिक संवेदनशील होती हैं और पुरुष कम संवेदनशील इसलिए कहा भी जाता है की स्त्रियों को “बात-बात पर रोना आ जाता है। लेकिन मर्द रोते नही
- स्त्रियाँ चाहती हैं कि उनके साथ चलने वाला उनका पति या प्रेमी, अन्य किसी भी स्त्री को नहीं देखे, जबकि पुरुष अपनी पत्नी या प्रेमिका के आलावा सारी स्त्रियों को देखना चाहता है , पुरुष भी नही चाहता की उनके साथ चल रही पत्नी या प्रेमिका किसी अन्य को देखे या कोई अन्य उन्हें देखे।
- आदिकाल से पुरुष स्त्री को अपनी निजी संपत्ति समझता रहा है, जबकि स्त्री की पहली प्राथमिकता पुरुष पर काबू करने के बजाय, पुरुष का असीमित प्यार पाना है जो बहुत कम को नसीब होता है और पुरुष से निश्छल प्यार करना है।
- अपने पति या प्रेमी को काबू करना हर स्त्री चाहती हैयह स्त्री की दृष्टि में उसके प्यार का स्वाभाविक एक रूप है।
- मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि स्त्री प्यार में ठगी जाने के कुछ समय बाद फिर से खुद को संभालने में सक्षम हो जाती हैं, जबकि पुरुषों के लिए यह बहुत असम्भव या बहुत ही मुश्किल होता है।
- पुरुष अनेक महत्वपूर्ण दिन,बात और हर उस एहसान को भूल जाते हैं ।जबकि स्त्रियों के लिए हर छोटी बात, दिन और तारिख को याद रखना आसान होता है और कभी भूलती नही।