- ओं आं ह्रीं क्रौं श्रीं श्रियै नम: ममा लक्ष्मी
नाश्य–नाश्य मामृणोत्तीर्ण कुरू–कुरू
सम्पदं वर्घय–वर्घय स्वाहा:।
सिद्धि मंत्र का प्रयोग गरीबी और दरिद्रता को दूर करने के लिए किया जाता है।
इस मंत्र को बुधवार को प्रारम्भ करके संध्या के समय उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके प्रत्येक दिन तीन बार करें।