एस्टर:
एस्टर की खेती में कम लागत एवं अधिक उत्पादन क्षमता के कारण इसकी खेती लाभदायक सिद्ध हो रही है।
खाद एवं उर्वरक
एस्टर की खेती के लिए खाद एवं उर्वरकों का संतुलित उपयोग फूलों के अच्छे उत्पादन एवं गुणवत्ता के लिए अत्यन्त आवश्यक है। नाइट्रोजन की कमी की अवस्था में पौधे बौने रह जाते हैं एवं फूलों का आकार भी छोटा रह जाता है जबकि फॉस्फोरस की कमी होने पर फूल देर से खिलते हैं। अत: खेत की मिट्टी परिक्षण के बाद ही उर्वरकों की मात्रा का निर्धारण करना चाहिए। सामान्य रूप में एस्टर की फूलों का अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए खेत में मिलाए गए गोबर की खाद, नाइट्रोजन, फास्फोरस तथा पोटेशियम प्रति हेक्टेयर की आवश्यकता होती है ।