कार्बोहाइड्रेट दो प्रकार के होते है। एक शक्कर देने वाले, दूसरे मांड देने वाले। कार्बोहाइड्रेट शरीर को शक्ति देने के साथ-साथ उर्जा भी देते है। शक्कर वाले कार्बोहाइड्रेट शीघ्र पच जाते है। इनमें शामिल है दूध, दूध से बने उत्पाद, फल, सब्जियां आदि।तो चलिए जाने क्या फायेदे है कार्बोहाइड्रेट के नीचे देखिए।
कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन:
कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन खाना अच्छा होता है क्योकि इसके सेवन से न सिर्फ वजन घटाने में मदद होती है, बल्कि यह हृदय से संबंधित बीमारी को दूर करने में भी उपयोगी है।
उर्जा का स्रोत:
कार्बोहाइड्रेट आपके शरीर के लिए ग्लूकोज का काम करता है। यह आपके वजन को संतुलित रखता है तथा दिमाग के सारे फंक्शन को दुरुस्त रखता है। अगर आप कार्बोहाइड्रेट लेना बंद कर देते हैं तो आपका शरीर कमजोर पड़ जाएगा।
पाचन की स्थिति:
अगर आप सही तरह से फाइबर युक्त कार्बोहाइड्रेट ले रहे हैं तो यह आपकी पाचन संबंधी सभी समस्याओं को दूर कर सकता है। यह आपके कब्ज और अपच की समस्या को भी दूर कर सकता है।
बींस है अच्छा वेट लॉस
बींस में ऐसे तत्व होते हैं जो कॉलेसिस्टॉकिनिन नाम के डाइजेस्टिव हार्मोन को लगभग दो गुना बढ़ाने में मदद करते हैं। कुछ अध्ययनों के अनुसार बींस ब्लड शुगर के स्तर को मेंटेन करने में मदद करता है ताकि अगर आपको लंबे समय तक भूखा रहना पड़े तो आपके लिए नुकसानदेह न हो। बींस को हाई फाइबर डाइट माना जाता है जो कॉलेस्ट्राल को कम करने में भी मदद करता है।
हृदय के लिए:
यह हृदय से संबंधित बीमारी को दूर करने में भी सहायक है। इससे हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है। ताजे फल, सब्जियों, साबुत गेहूं, जई, चोकर आदि ये कुछ ऐसे फाइबर युक्त कार्बोहाइड्रेट हैं जो आपके ह्र्दय को संरक्षण प्रदान करते हैं।
आलू का मुख्य पौष्टिक तत्व :
आलू रेसिस्टेंट स्टार्च होता है। इसमें कुछ मात्रा उच्च जैविक मान वाले प्रोटीन की भी होती है। आलू क्षारीय होता है, इसलिए यह शरीर में क्षारों की मात्रा बढ़ाने या उसे बरकरार रखने में बहुत सहायक होता है। यह शरीर में ऐसीडोसिस भी नहीं होने देता। आलू में सोडा, पोटाश और विटामिन ‘ए’ और ‘डी’ भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। आलू का सबसे अधिक महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व विटामिन सी है। आलू खाने से कॉलेस्ट्रॉल घटता है।