छोटी सी मछली पानी के उलटे बहाव में भी आगे निकल जाती है।
जबकि एक बड़ा हाथी तक उस बहाव में बह जाता है।
क्योकि मछली पानी की शरण में है।
ऐसे ही जो प्रभु के शरण में है।
वे विपरित परिस्थितियों में भी संसार रूपी सागर से तर जाते है।
छोटी सी मछली पानी के उलटे बहाव में भी आगे निकल जाती है।
जबकि एक बड़ा हाथी तक उस बहाव में बह जाता है।
क्योकि मछली पानी की शरण में है।
ऐसे ही जो प्रभु के शरण में है।
वे विपरित परिस्थितियों में भी संसार रूपी सागर से तर जाते है।