टी.बी और अल्सर जैसी बीमारियों के लियें भी है “गुलाब” रामबाण दवा

टी.बी और अल्सर जैसी बीमारियों के लियें भी है “गुलाब” रामबाण दवा (  )

गुलाब खुशबूदार पौधा  होता है  इसकी खुसबू मन को मोह लेती है यह फूल विटामिन सी से भरपूर होता है। गुलाब के फूलों का रस खून को साफ भी करता है।  गुलाब को महाकुमारी, तरूणी आदि नामों से भी  जाना जाता है। तो चलिए आपको गुलाब के  कुछ फायेदे  बताए।

दांतों के लिए

गुलाब के फूल  की पंखुडियो को चबाने से मसूडे  और दांत ठीक  रहते हैं तथा मजबूत होते है।

कब्ज में फायेदेमंद

गुलाब और त्रिफला को मिला कर चूर्ण बना ले अब उस चूर्ण को  नियमित  खाने से कब्ज ठीक हो जाता है।

यदि नींद ना आती हो तो

नींद ना आने की बिमारी हो   या फिर मानसिक तनाव  हो तो अपने आस पास इसके फूल को रखे या इसकी   पंखुडियां तकिए  के नीचे रखकर सोय तो इन परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है।  इसका पौधा सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर रखता है।

यदि आँतों हो जाये अल्सर

आंतो में अल्सर  हो तो मुलेटी सौंफ  गुलाब की  तीनों को आपस में मिलाकर  पानी में पका कर  पिए इससे जल्द ही आराम मिलता है।

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हृदय रोग की समस्या

ह्रदय रोग में  गुलाब उबालकर पिने से फायेदा होता है  और  हृदय की धडकन की गति तेज  हो तो इसकी सूखी पंखुडियां उबालकर पिने से बहुत लाभ होता है। धड़कन की गति को कम किया जा सकता है।

इसका गुलकंद

गुलाब की पत्तियों का गुलकंद बना कर खाने से  अल्सर , गैस , कब्ज़ ,  और आँखों की रोशनी में मददगार होती है।

शरीर में हो जलन

यदि शरीर में जलन होने की समस्या होने  पर गुलाबजल को चंदन में मिलाकर  लगाया जाये तो  इससे जलन की समस्या दूर हो जाती है ।

अपच की समस्या में

अगर आपका खाया हुआ भोजन पच ना रहा हो तो खाने के बाद  गुलाब का गुलकंद खाया जाए तो यह  हाजमा ठीक करता  है।

यदि  मुंहसेआती है बदबू तो करे ये

मुंह की बदबू को दूर करने के लिए गुलाब के फूल, लौंग और चीनी को गुलाब जल में पीसकरखाया जाए तो यह मुंह की बदबू आने की समस्या  को दूर करता है।

यदि चंदन को मिलाए

चंदन के तेल में गुलाब के फुल  को मिलाकर मालिश करने से  पित्त के रोग में फायदा मिलता है।

सफेद चंदन और कपूर

चंदन पाउडर में कपूर और गुलाब जल को मिलाकर माथे पर लगाए तो  सर  दर्द ठीक हो जाता है।

यदि मुंह में हो जाए  छाले

अगर मुंह में छाले हो जाए  तो  मुंह के छालों से निजात पाने के लिए सुबह-सुबह गुलकंद का सेवन करें।

अगर लू लग जाए तो करे ये

लू लग जाए तो   ठंडे पानी में गुलाबजल मिलाकर माथे पर पट्टी रखें।ऐसा करने से लू में आराम मिल जाता है।

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टीबी की बीमारी में

टीबी की बीमारी से होने वाली कमजोरी को दूर करना चाहते है तो  गुलाब के  गुलकंद का नियमित सेवन करने से कमजोरी ठीक हो जाती है।

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