यह कुआ इतना प्रचलित हो गया है की लोगो की भीड़ यहाँ लगी रहती है ख़ास कर14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन बड़ी संख्या में लोग यहां आते है,हर दिन यहां दर्जनों लोग स्नान के लिए आते हैं यहां की मान्यता है की इस कुए के पानी से स्नान करने से पॉजिटिव एनर्जी आ जाती है शरीर में,
खास बात इस कुए की:
- ठंड में भी इस कुए का पानी रहता है गर्म इसमें से भाप निकलती रहती है हमेशा यह एक रहस्य बना हुआ है।
इस स्थान में है यह कुआ:
यह कुआं झारखंड पाकुड़िया के सीतापुर गांव में है मान्यता है कि इस कुएं के पानी से नहाने से सभी तरह के त्वचा रोग दूर हो जाते है इसलिए पूरे साल गरम पानी और भाप निकलने वाले इस कुए के पानी से नहाने के लिए यहाँ हजारो लोग आते हैं।
यह अभी तक कोई नही समझ पाया की इस कुएँ में कैसे आता है गर्म भाप का पानी।