ज्योतिष कहते है चतुर्थी तिथि को चंद्रमां को अर्घ प्रदान करने का विशेष महत्तव होता है। इस मंत्र के साथ चंद्रमां को अर्घ प्रदान करना चाहिए
क्षीरोदार्णवसम्भूत अत्रिगोत्रसमुद् भव ।
गृहाणाध्र्यं शशांकेदं रोहिण्य सहितो मम ।।
चंद्रमा से शुभ फल प्राप्त करने के लिए इस दिन खीर जरूर खाना चाहिए। यदि कुंडली में चंद्र नीच का हो तो सफेद कपड़े पहनना चाहिए और श्वेत चंदन का तिलक लगाना चाहिए।
चन्द्रमा के मंत्र
दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम ।
नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।।
ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।
ॐ भूर्भुव: स्व: अमृतांगाय विदमहे कलारूपाय धीमहि तन्नो सोमो प्रचोदयात्
चन्द्रमा का रत्न
चंद्रमा का रत्न मोती है। चंद्र रत्न मोती को चांदी की अंगूठी में जड़वा कर कनिष्ठिका अंगुली में पहनना चाहिए। शीत से पीड़ित होने पर गले में मोतीयुक्त चांदी का अर्धचंद्र लॉकेट पहनने से फायदा होता है