हमें हमारे धर्म ने कुछ ऐसे काम सिखाए है जिसका हमें सदैव पालन करना चाहिए और उसी धर्म में कुछ काम ऐसे बताए गए है जिनको कभी नही करना चाहिए नारद पुराण में मनुष्य जीवन से जुड़ी हुई कई बातों के बारे में बताया गया है। जिनका ध्यान सभी को रखना ही चाहिए। इन कामों को करने पर मनुष्य को निश्चित ही कई दुःखों का सामना करना पड़ता है। ये वो काम हैं जो मनुष्य को नही करना चाहिए नीचे पोस्ट में पढ़िए……..
चोरी करना
किसी और की वस्तु को छल से पाने या चुराने से मनुष्य के जीवन के सभी पुण्यकर्म नष्ट हो जाते हैं। चोरी करने वाले के साथ-साथ उसके मित्रों और परिवार को भी कई परेशानी का सामना करना पड़ जाता है। चोरी करने वाले मनुष्य को दुःख भोगना पड़ता है।
अपने गुरु की पत्नी के साथ संबंध बनाना
गुरु को पिता के समान और गुरुपत्नी को माता के समान मानना चाहिए। गुरुपत्नी के साथ संबंध रखने वाले या गुरुपत्नी को बुरी नजर से देखने वाले मनुष्य को ब्रह्म हत्या से भी बड़ा पाप लगता है। ये पाप करने वाले मनुष्य को नरक में उनके पापों की सजा मिलती है।
शराब का सेवन करने वाला
चाहे स्त्री हो या पुरुष सभी को शराब से दूर रहना चाहिए। शराब पीने से मनुष्य महापाप का भागी बन जाता है। ऐसे मनुष्य पर भगवान कभी प्रसन्न नहीं होते और उसे हमेशा परेशानियों का सामना करना ही पड़ता है। शराब पीने और पिलाने वाले मनुष्य को भी नरक में कई यातनाएं दी जाती हैं।
ब्राह्मण की हत्या करना
पुराणों में ब्राह्मणों को सबसे ऊंचा स्थान दिया गया है। ब्राह्मणों को पूजा करने के योग्य माना जाता है। अगर कोई मनुष्य जान कर या भूल से किसी ब्राह्मण की हत्या कर देता है, तो उसे ब्रह्म हत्या का पाप लगता है। यह महापाप माना जाता है। ऐसा कर्म करने वाले मनुष्य को जीवनभर दुःखों का सामना करना पड़ता है।