विटामिन और खनिज की पूर्ति होना बहुत आवश्यक है गर्भावस्था में,यह इसलिए जरुरी है क्योकि गर्भवती महिलाओ को भूर्ण के लिए सामान्य से अधिक पोषण की जरूरत होती है यदि इस टाइम पोषक तत्वों की मात्रा कम रहे तो बच्चे के स्वास्थ पर गहरा असर पड़ता है इसी कारण गर्भवती महिला या स्तनपान कराने वाली माताओ का पोषक तत्व जैसे विटामिन और मिनरल्स की गोलियां भी खाना जरुरी है यह शिशु और माता दोनों के लिए फायदेमंद है|
गर्भावस्था में करे विटामिन “D” का सेवन:
विटामिन “D”इस अवस्था में एक अहम भूमिका निभाता है यह बच्चे की हड्डियों और दांतों के विकास में सहायक होता है विशेषज्ञों के अनुसार गर्भवती महिलाओ और स्तनपान कराने वाली माताओं को पर्याप्त विटामिन का सेवन करना चाहिए
इन्हें विटामिन का ध्यान देना जरुरी है:
- ऐसी महिलाएँ जिन्हें पर्याप्त सूरज की धुप नही मिलपाती हो उन्हें बहुत जरुरी है की वे विटामिन की गोलियां ले
- दूसरी वह महिलाएँ जो अपने भोजन में पर्याप्त विटामिन D की पूर्ति नही कर पाते है वे अवश्य ले
- तीसरी वे महिलाएँ जिनका वजन बहुत ही ज्यादा हो
- चौथी वे जो बहुत ही कमजोर हो
फ़ॉलिक एसिड निभाता है मैन रोल गर्भावस्था में:
शिशु और ट्यूब के विकास में फ़ॉलिक एसिड बहुत ही महतवपूर्ण होता है यह एक प्रकार की संरचना होती है जो शिशु के दिमाग और स्पाइनल को बनाती है अगर गर्भधारी माता में इसकी कमी पाई जाती है तो वह सीधा असर शिशु के रीढ़ की हड्डी में जन्म से विकार उत्पन्न कर सकती है|
वे लोग दे ध्यान फ़ॉलिक एसिड का:
- जिनके जीवनसाथी या खुद में न्यूरलट्यूब की खराबी हो
- डाइबिटीस से ग्रसित
- और मोटापे से ग्रसित महिलाएँ