ये तो आप सभी जानते ही होंगे कि हिन्दू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है और इसे पितरों के लिए माना जाता है। आषाढ़ मास 13 जुलाई यानि के आज अमावस्या है और साथ ही सूर्य ग्रहण भी है। लेकिन क्या आप जानते हैं शास्त्रों में अमावस्या पर कुछ कार्यो को वर्जित किया गया है।
ऐसा माना जाता है कि अमावस्या के दिन नकारात्मक ऊर्जा जैसे भूत-प्रेत, अशुभ साया सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इस वजह से बड़े बुजुर्गो का कहना है कि अमावस्या की रात को शमशानघाट या किसी सुनसान जगह पर नहीं घूमना चाहिए।
ये काम वर्जित है
- अमावस्या वाले दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए और स्नान करने के बाद सूर्य देवता को जल जरूर चढ़ाएं।
- अमावस्या पर ध्यान रखें कि घर में किसी भी तरह का कलेश न हो जिससे बात लड़ाई-झगड़े तक जा पहुंचे। कहा जाता है की अमावस्या पर परिवार के सदस्यों में कलेश हो तो घर पर पितरों की कृपा नहीं रहती इसलिए घर पर शांति बनाये रखें।
- अमावस्या पर तामसिक चीजों जैसे मांस,लहसुन,प्याज,मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अमावस्या पर पति-पत्नी को आपस में संबंध नहीं बनाना चाहिए। गरुण पुराण के अनुसार अमावस्या पर जो पति-पत्नी आपस में संबंध बना लेते हैं उनकी होने वाली संतान कभी सुखी नहीं रह पाती।
अमावश्या पर करें ये
अमावस्या के दिन सुबह स्नान करके पीपल की पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। लेकिन आपको बता दें कि शनिवार के अलावा अन्य दिन पीपल का स्पर्श नहीं करना चाहिए इसलिए पूजा करें लेकिन पीपल के वृक्ष का स्पर्श ना करें इससे धन की हानि होती है।