अनार का पेड़ काफी लाभदायक होता है इसका न केवल फल उपयोगी है बल्कि जड़ से लेकर इसका हर एक भाग औषधियों के रूप में उपयोग में लाया जाता है तो आइए जाने इसके बारे में अनार का पौधा तीन-चार साल में पेड़ बनकर फल देने लगता है और एक पेड़ लगभग 24 से ,25 या उससे अधिक वर्ष तक फल देता है। अगर दो पौधों के बीच की दूरी को कम कर दिया जाए तो पेड़ के पैदावार या पेड़ पर कोई असर नहीं पड़ता है। लेकिन ज्यादा पेड़ होने के कर्ण उत्पादन करीब डेढ़ गुना हो जाता है।तरीके से अनार के पौधों की रोपाई करने पर अधिक से अधिक पौधे लगाए जा सकते है तथा लाभ भी उसी मात्रा में होता है जबकि तीन मीटर में अनार के पौधों की रोपाई की जाए तो पौधों के फलने-फूलने पर कोई असर नहीं पड़ेगा और पैदावार डेढ़ से दो गुना तक बढ़ जाएगी।
अनार के पौधे से प्रति वर्ष कितना फल प्राप्त होता है:
एक बार में एक पौधे से लगभग 70 से 80 किलो अनार मिलते हैं। एक बार में आठ-दस लाख रुपये सालाना आय हो सकती है। इसमें लगा खर्चा निकालने के बाद भी लाभ अच्छा ही इकलता है ।
अनार के पौधे को लगाने का सही समय और रोगों से बचाव का तरीका:
अनार के पौधों को लगाने का सही समय अगस्त या फरवरी-मार्च होता है। अनार के पौधों में फल छेदक और पौधों को सड़ाने वाले कीड़े लगने का खतरा रहता है। इसके लिए कीटनाशक के छिड़काव के साथ पौधे के आसपास साफ-सफाई रखने से भी कीड़ो से बचाव होता है। अनार के पौधों के लिए गर्मियों का मौसम तो प्रतिकूल नहीं होता, लेकिन सर्दियों में पाले से पौधों को बचाने के लिए गंधक का तेजाब छिड़कते रहना जरूरी है। नियमित रूप से पानी देने से पाले से बचाव होने से पौधे जलने से बच जाते हैं।सर्दी के मौसम में फलों के फूटने की आशंका ज्यादा होती है।
क्या करे अगर आपको फल सही और अच्छे चाहिए:
यदि आपको अनार के फल जुलाई-अगस्त में चाहिए तो तीन साल के पौधों में 150 ग्राम, चार साल के पौधों में 200 ग्राम, पांच या उससे अधिक साल के पौधों में 250 ग्राम यूरिया हर पौधो में देकर सिंचाई करें। एक साल के पौधों में 50 ग्राम व दो साल में 100 ग्राम यूरिया प्रति पौधा देकर सिंचाई करें।जुलाई-अगस्त में अनार की उपज भी अच्छी होती है|