शिव पुराण में शिव और बेल के पत्तों की महिमा बताई गई है। कहा जाता है यदि शिवलिंग पर बेल पत्तियां चढ़ाई जाये तो भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं। खासकर सावन में शिवलिंग पर बेल की पत्तियां चढ़ाना अति शुभ माना जाता है।
लेकिन आज हम इस पोस्ट के जरिए आपको बताने जा रहे हैं कि बेल पत्ती के अलावा और क्या भगवान शिव पर चढ़ाना अतिशुभ माना है। आइए जानते हैं इस सावन शिवलिंग पर बेलपत्र के साथ और कौन सी वस्तुएं चढ़ाकर भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न किया जा सकता है।
भांग है भोले को प्रिय
रुद्राभिषेक के साथ शिवलिंग पर भांग चढ़ाने का विधान हैं पुराणों में वर्णित है कि जब समुन्द्र मंथन से निकले हलाहल विष से पूरी सृष्टी नष्ट होने लगी थी उस समय महादेव ने संसार को जहरीले विष के प्रकोप से बचाने के लिए खुद उस विष पान कर अपने कंठ में धारण किया तब जहर का उपचार करने के लिए भांग के पत्तों का इस्तेमाल किया गया था। इसी कारण से भांग को औषधि भी माना जाता है।
आक से मिलेगा लाभ
ये तो सभी जानते होंगे की आक का फूल और पत्ता दोनों ही भगवान शिव पर चढ़ता है और उन्हें बेहद प्रिय भी है। भगवान शिव पर इनको अर्पित करने से शिव अपने भक्त के मानसिक और शारीरिक सभी तरह के कष्ट हर लेते हैं साथ ही गरीबी दूर करते हैं।
धतूरा है शिव को पसंद
शिव पुराण के अनुसार शिव को धतूरा बहुत पसंद है। शिव जी पर धतूरा अर्पित करने से शिव जी प्रसन्न होकर उसका घर धन-धान्य से भर देते हैं। धतूरे का फल और पत्ता भी औषधि के रूप में भी काम आता है।
पीपल का पत्ता करता है सब अच्छा
हिन्दू धर्म में पीपल को देवता के समान माना जाता है पीपल पर त्रिदेवों का वास भी होता है। शिव जी पर पीपल अर्पित करने से शिव स्वयं अपने भक्तों की शनि के प्रकोप से रक्षा करते हैं।
दूर्वा से करे शिव पूजन
पुराणों में दूर्वा का उल्लेख किया गया है कि दूर्वा में यानी घास के बारे पुराणों में अमृत का वास है। आपको बता दें कि दूर्वा भगवान शिव के अलावा भगवान गणेश को भी बेहद पसंद है। कहा जाता है कि भगवान शिव को दूर्वा अर्पित करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता।