कुमारी देवी का मंदिर:
कन्याकुमारी में समुद्र तट पर ही कुमारी देवी का मंदिर है।इस मन्दिर में मां पार्वती के कन्या रूप की पूजा की जाती है । इस मंदिर में पुरूषों को उपर पहने जाने वाले वस्त्र उतार के जाना पड़ता है मतलब नंगे बदन , मान्यता है की इस जगह पर देवी का विवाह होने वाला था पर वह नही हो पाया था ।
रहस्य की बात:
यहाँ देवी के विवाह में जो भोज के लिए पकवान बने थे वह दाल-चावल बाद में कंकड़-पत्थर में बदल गए। इसलिए ही कन्याकुमारी के समुद्र के रेत में दाल और चावल के जैसे ही आकार वाले कंकड़ बहुत मिलते हैं।समुद्र के रेत पर कंकड़-पत्थर दाल-चावल के जैसे ही दिखाई देते हैं। यहाँ का सूर्योदय और सूर्यास्त भी एक प्राकृतिक सोंदर्य का अनूठा नमूना है।