रोगों से दे मुक्ति
यदि स्वयं आप या आपके परिवार का कोई व्यक्ति लम्बें समय से बीमार चले आ रहें हैं । बहुत इलाज के बाद भी आराम न मिल पा रहा हो तो ऐसे में आप शनिवार को शाम के समय शमी के पौधे के गमले में छोटा सा शिवलिंग स्थापित कर दें। शिवलिंग पर दूध अर्पित करें और पूजा करें इसके बाद महामृत्युंजय मंत्र की एक माला जाप भी करें। ऐसे करने से रोगी को जल्दी ही बीमारी से छुटकारा मिल जाता है।
विवाह में बाधा दूर करें
कई कारणों के चलते ऐसे कई युवक-युवतियां है जिनके विवाह में बाधा आती है। विवाह तय होने के बाद भी टूट जाता है ज्योतिष में विवाह में बाधा आने का एक कारण जन्मकुंडली में शनि का दूषित होना भी माना जाता है। अगर विवाह में बाधा आ रही हो कई प्रयासों के बाद भी विवाह नहीं हो पा रहा। तो आप किसी भी शनिवार को शमी के पौधे के आगें लगातार 45 दिनों तक शाम के समय घी का दीपक लगाएं और सिंदूर से पौधें की पूजा करें। और साथ ही अपने शीघ्र विवाह की कामना शमी के पौधें से करें। इससे शनि दोष समाप्त होगा और विवाह में आ रही बाधाएं भी दूर होंगी।
शनि की साढ़े साती या ढ़ैय्या से बचाएं
अगर जीवन में शनि की साढ़े साती या ढ़ैय्या चल रही हैं और बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हों। तो ऐसे में नियमित रूप से शमी के पौधे की देखभाल करना चाहिए। उसमें रोज पानी डालें और शाम के समय एक दीपक जरुर लगाएं। शनिवार को पौधे में थोड़े से काले तिल और काले उड़द दाल भी अर्पित करें। इससे शनि की साढ़ेसाती या ढ़ैय्या का दुष्प्रभाव कम होता है और बार-बार की दुर्घटनाएं भी रुकती हैं।