Home » दिलचस्प » जब पब्लिक प्लेस में न रहे नींद पर कंट्रोल,तो खामखाँ मजाक बन जाता हैजब पब्लिक प्लेस में न रहे नींद पर कंट्रोल,तो खामखाँ मजाक बन जाता है Posted on जुलाई 26, 2017अप्रैल 8, 2018 by Deepti Saxena चैन की नींद दोस्त ही निकला मज़ाक बनाने वाला कुछ हो जाये हमतो ऐसे ही सोयेंगे इसे कहते हैं बेफिक्री की नींद नींद जब आती है इंसान कही भी झूल जाता है अंकल मुंह तो बंद करलो,मक्खी न घुस जाये नींद अच्छो-अच्छो के होश उड़ा देती है Pages: 1 2 No Data Share on