लड़की ने खुद सुनाई असली कहानी
पुलिस की सख्ती पर लड़की ने बताया कि उसकी मां का निधन 2014 में हो गया था।माँ के निधन के बाद वह अपनी मौसी के घर रहने लगी। इस दौरान किशोरी की मुलाकात चंदई ग्राम निवासी अजय कुशवाहा से हुई।और वह दोनों एक दुसरे को चाहने लगे वह फोन पर बात भी करने लगे पर एक दिन उसकी मौसी ने उसे पकड़ लिया और उसे खूब डाटने लगी जिससे नाराज़ होकर लड़की मौसी का घर छोडकर चित्रकूट चली गई और वहां से कर्वी पहुंच गई। कर्वी पहुंचने के बाद उसने अपने प्रेमी अजय कुशवाहा को फोन करके बुलाया और वहा से दोनों इलाहबाद चले गए।
इलाहाबाद में दोनों रहने लगे उसके बाद लडकी ने मुंबई में रहने वाली अपनी बड़ी बहन से फोन पर संपर्क किया। फोन पर अपनी बहन की आवाज सुन लड़की की बड़ी बहन ने उसे बताया कि तुम तो मर चुकी हो और तुम्हारा तो अंतिम संस्कार हो गया है। ये बात सुनते ही वह लड़की डर गई और अपने दादा-दादी के घर भाग गई।
पुलिस के आगे आई समस्या
अब पुलिस के सामने बड़ी समस्या ये आई है की जिस लड़की को लापता लड़की समझ कर परिजनों ने अंतिम संस्कार तक कर दिया था आखिर वह लड़की कौन थी।