गुरु शिक्षिक का एक अनोखा रिश्ता होता है गुरु ही वो है जो एक बच्चे को अच्छे और बुरे का मतलब समझाता है। बच्चे एक चाक पर रखे मट्टी के समान है और शिक्षिक एक कुम्हार, वो जिस रूप में बच्चों को ढाले बच्चे उसी रूप में ढल जाते है। शिक्षिक बच्चो को अनुशासन सिखाते है लेकिन आजकल के शिक्षिक क्रूर और जालिम होते जा रहे है।
दरअसल उत्तर प्रदेश के रायबरेली में कचहरी रोड पर एक स्कूल की तीसरी कक्षा की छात्रा को शिक्षिका ने बीस थप्पड़ मारे। जब छात्रा के अभिभावक को ये पता चला तो वह स्कूल गए पर उन्हें दूसरे दिन आने की बात कहकर टाल दिया गया।
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इसलिए पीटा शिक्षिका ने…
उस बच्ची के पिता ने बताया कि स्कूल में खेलते वक्त बच्ची को चोट लग गई थी इसलिए वह स्कूल नहीं गई थी। जब वह स्कूल पढ़ने गई तो शिक्षिका ने उसकी पिटाई कर दी। उन्होंने कहा कि बच्चों पर हाथ उठाना गलत है।
अभिभावक ने करदी रिपोर्ट
उस बच्ची के अभिभावको ने शिक्षिका के खिलाफ रिपोर्ट करदी। उसके बाद पुलिस ने जांच कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन अभिभावकों को दिया है। पुलिस ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, बच्चे का मेडिकल भी करा लिया गया है। और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी ।