भगवान गणेश के परिवार की पूजा से मिलता है सर्वसिद्धियो का फल

इसलिए खीचा जाता है स्वस्तिक में दो डंडे

पूजन में हम मंगलस्वरूप श्रीगणपति का स्वास्तिक-चिह्न बनाकर उसके अगल-बगल में दो-दो खड़ी रेखाएँ बना देते हैं। स्वास्तिक-चिह्न श्रीगणपति का स्वरूप है और दो-दो रेखाएँ उनकी पत्नी सिद्धि रिद्धि।

-of-tulsi-and-ganesha

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